Jul 21, 2024, 15:02 IST

माइलेज के मामले में इस SUV का नहीं मुकाबला, एक लीटर में 30 KM दोड़ती है ये SUV

मार्केट में एक से बढ़कर एक धांसू कार लांच हो रही है। लोग खर्च घटाने के लिए माइलेज पर भी ध्‍यान देते हैं। अधिक माइलेज वाली गाड़ियां लोगों की पहली पसंद भी होती है। ऐसे में मारूती की यह SUV लोगों की उम्‍मीदों पर खरा उतरती है। ये SUV 30 की माइलेज देती है। 

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मारुति सुजुकी को भारत में सितंबर 2022 में उतारा गया था।  ये एक धाकड़ हाइब्रिड एसयूवी है जो मिड साइज में ऑफर की जाती है।  गैंड विटारा काफी हद तक टोयोटा की अर्बन क्रूजर हाइराइडर जैसी ही है। 

 ग्रैंड विटारा में ग्राहकों को 1.5L 4-सिलेंडर माइल्ड-हाइब्रिड पेट्रोल इंजन मिल जाता है।  आपको बता दें कि अपने हाइब्रिड पावरट्रेन की वजह से ही ये धाकड़ एसयूवी जोरदार माइलेज दे पाती है जो तकरीबन 30 kmpl का है।  ऐसे में आज हम आपको इस कार के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।  

Maruti Grand Vitara: कीमत और वेरिएंट

मारुति की कॉम्पैक्ट एसयूवी की कीमत 10। 99 लाख रुपये से शुरू हो जाती है।  यह कुल छह ट्रिम्स: सिग्मा, डेल्टा, ज़ेटा, ज़ेटा+, अल्फा और अल्फा+ में उपलब्ध है।  

इसके प्लस ट्रिम्स स्ट्रांग-हाइब्रिड पावरट्रेन विकल्प के साथ उपलब्ध हैं।  डेल्टा और जेटा ट्रिम्स के मैनुअल वेरिएंट अब फैक्ट्री-फिटेड सीएनजी विकल्प के साथ उपलब्ध हैं। 

Maruti Grand Vitara: फीचर्स

यह 9 इंच के टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, पैनोरमिक सनरूफ, एम्बिएंट लाइटिंग, एक वायरलेस फोन चार्जर, वेंटिलेटेड फ्रंट सीट और एक हेड-अप डिस्प्ले के साथ आते हैं।  

इसमें 6 एयरबैग, एक इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम (ESP), EBD के साथ ABS और एक टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) मिलता है।  इसके अलावा, इसमें 360-डिग्री कैमरा, हिल-डिसेंट कंट्रोल और ISOFIX चाइल्ड-सीट एंकर भी मिलते हैं। 

कैसे ज्यादा माइलेज देती हैं हाइब्रिड कारें 

हाइब्रिड कार एक से ज्यादा एनर्जी के सहारे ऑपरेट होती हैं।  यह पेट्रोल या डीजल इंजन और इलेक्ट्रिक मोटर का कॉम्बिनेशन होती हैं। 

ये दोनों ही सिस्टम व्हीकल को चलाने के लिए एक साथ काम करते हैं और बीच-बीच में कारें सिर्फ इलेक्ट्रिक मोटर पर भी चल पाती हैं।  इससे फ्यूल कम जलता है और फ्यूल एफिशिएंसी बेहतर होती है।  

Hybrid Technology की बात करें तो इस तकनीक में (प्लग-इन हाइब्रिड को छोड़ दें) इंटर्नल सिस्टम से ही बैटरी (इलेक्ट्रिक मोटर को चलाने वाली) चार्ज होती है। 

इसलिए, बैटरी को अलग से चार्जिंग की जरूरत नहीं होती है।  वैसे तो कई प्रकार की हाइब्रिड तकनीक उपलब्ध हैं लेकिन भारत में अभी माइल्ड हाइब्रिड और स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड तकनीक ज्यादा पापुलर है। 

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