Abhay Deol: हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने एक्टर अभय देओल ने हाल ही में अपनी 'आइडेंटिटी' के बारे में कुछ ऐसा कह दिया, जिसकी चर्चा जोरों पर होने लगी। एक्टर को उनके इस विवादित बयान के लिए ट्रोल्स का भी सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, वो हमेशा हर बयान बेबाकी से देते आए हैं।
Abhay Deol On His Sexuality: बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने एक्टर अभय देओल ने पिछले कुछ सालों में कई अलग-अलग किरदार निभाए हैं, लेकिन सबसे खास बात ये है कि 'देव डी' और 'ओए लकी लकी ओए' जैसी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं।
जिनमें उनकी कई भूमिकाएं स्टीरियोटाइप को तोड़ती हैं। एक्टर ने हाल ही में 'द डर्टी' मैगजीन को दिए अपने एक इंटरव्यू में इस बारे में खुलकर बात की और खुद के लिए भी कुछ ऐसा कह दिया जो चर्चा का विषय बन गया।
अभय दओल ने अपने एक्टिंग करियर में 'देव डी' और 'ओए लकी लकी ओए' के अलावा 'सोचा न था', 'एक चालीस की लास्ट लोकल', 'वन बाय टू', 'मनोरमा सिक्स फीट अंडर', 'चक्रव्यूह', 'जिंदगी न मिलेगी दोबारा' जैसी कई चर्चित फिल्मों में काम किया।
वे हमेशा से अपनी बेबाकी और साफगोई के लिए जाने जाते हैं और चर्चाओं में रहते हैं। हाल ही में एक्टर ने 'राजनीतिक तौर से गलत' होने के बारे में भी बात की। इन दिनों वो अपनी फिल्म 'बन टिक्की' को लेकर खबरों में छाए हुए हैं।
आइडेंटिटी को कैसे देखते हैं एक्टर?
इस फिल्म को निर्देशक फराज आरिफ अंसारी ने निर्देशित किया है। इस दौरान जब एक्टर ने पूछा गया कि वे 'आइडेंटिटी को कैसे देखते हैं' तो एक्टर ने जवाब दिया कि 'एक स्पेक्ट्रम के तौर पर मैं आइडेंटिटी की पहचान करने के वेस्टर्न तरीके को नहीं मानता, क्योंकि ये बहुत ही ब्लैक एंड व्हाइट है।
ईस्टर्न व्यू इससे बहुत अलग है। ये हम सभी को पहचानती है। मैं अपनी आइडेंटिटी को परिभाषित नहीं करता और ये काफी विवादित भी लग सकता है'।