Aligarh Name Change: बदल जाएगा यूपी के इस जिले का नाम, नगर निगम की बैठक में प्रस्ताव हुआ पास
लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं बचा है. उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार चुनाव से पहले अलीगढ़ का नाम बदलने की तैयारी में है. जल्द ही अलीगढ़ का नाम बदला जाएगा. नगर निगम की बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव पास हो गया।
इस पर सभी सदस्यों ने सहमति जताई है. अब अलीगढ़ को हरिगढ़ कहा जाएगा. प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। नाम बदलने की मांग काफी समय से चल रही थी. सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील नीरज शर्मा ने नाम बदलने की मुहिम शुरू की है.
मेयर प्रशांत सिंघल क्या कहेंगे?
अलीगढ़ के मेयर प्रशांत सिंघल ने बताया कि कल नगर निगम बोर्ड की बैठक में पार्षद संजय पंडित द्वारा अलीगढ़ को हरिगढ़ बनाने का प्रस्ताव रखा गया, जिसे सभी पार्षदों ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया.
अब यह प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि आने वाले दिनों में सरकार इस पर संज्ञान लेगी और अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ करने की मांग को पूरा करेगी.
मेयर प्रशांत सिंघल ने कहा कि हम सभी जन प्रतिनिधि अपनी पुरानी सभ्यता और संस्कृति, जो सनातन धर्म की परंपरा है, को बढ़ावा देते हुए यह मांग लंबे समय से करते आ रहे हैं.
अलीगढ को पहले इस नाम से जाना जाता था -
18वीं शताब्दी से पहले, अलीगढ़ को कोल या कोइल के नाम से जाना जाता था। अलीगढ का नाम नजफ़ खान के नाम पर रखा गया है। हालाँकि, इससे पहले भी अलीगढ़ के कई नाम रखे गए थे।
अलीगढ़ का उल्लेख महाभारत और रामायण में भी मिलता है। यह ऐतिहासिक शहर देश की राजधानी दिल्ली से लगभग 140 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। प्रदेश के 50 प्रमुख शहरों में अलीगढ़ भी शामिल है।
अलीगढ दो नदियों के बीच स्थित है -
अलीगढ को दोआब क्षेत्र माना जाता है। दरअसल, यह दो नदियों गंगा और यमुना के बीच स्थित है। सेंगर, रुतबा, सिरसा, चोइया, नीम, बड़गंगा, राड और काली नदियाँ भी यहाँ मौजूद हैं। हालाँकि, वर्तमान समय में गंगा, यमुना और काली को छोड़कर अन्य सभी नदियाँ विलुप्त हो चुकी हैं।
पर्यटक के तौर पर देखा जाए तो इस जिले में अलीगढ़ किला, मुगलकाल जामा मस्जिद प्रसिद्ध है। इसके साथ ही अलीगढ़ का खेरेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। जिले में एक मौलाना आज़ाद लाइब्रेरी है। जो 4.75 एकड़ में फैला हुआ है। बता दें कि यह लाइब्रेरी एशिया की दूसरी सबसे बड़ी लाइब्रेरी है।