Nov 22, 2023, 23:08 IST

स्‍पेस में भी चीन का ‘डर्टी गेम’, अचानक कैसे बन गए चांद पर 2 नए गड्ढे? अमेरिकी वैज्ञानिक का खुलासा

Moon Double Crater: वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि चीन नेशनल स्‍पेस एजेंसी (CNSA) ने साल 2022 में अपना मून मिशन लॉन्‍च किया था. इस दौरान एक रॉकेट मार्च 2022 में चांद की सतह से जा टकराया था. बताया जा रहा है कि चांद की सतह से टकराव के कारण ही ये दो ताजा क्रेटर बने हैं.

स्‍पेस में भी चीन का ‘डर्टी गेम’, अचानक कैसे बन गए चांद पर 2 नए गड्ढे? अमेरिकी वैज्ञानिक का खुलासा?width=630&height=355&resizemode=4
ताजा खबरों के लिए हमारे वाट्सएप ग्रुप से जुड़ने को यहां पर क्लिक करें। Join Now
हमारे फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए यहां पर क्लिक करें क्लिक करें

Harnoor Tv Delhi  News : नई दिल्ली भारत समेत सभी बड़े देश चंद्रमा के रहस्यों को जानने के लिए अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। इस साल इसरो का मून मिशन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सफलतापूर्वक उतरा। भारत चंद्रमा के इस क्षेत्र में उतरने वाला पहला देश बन गया है।

भारत के चंद्र मिशन को लॉन्च हुए कुछ महीने बीत चुके हैं और अब खबर आ रही है कि पड़ोसी देश चीन द्वारा चंद्रमा की खोज के दौरान पृथ्वी के इस प्राकृतिक उपग्रह को नुकसान पहुंचाना गलत नहीं है। एरिज़ोना विश्वविद्यालय की एक टीम ने खुलासा किया है कि चंद्रमा की सतह पर दो क्रेटर देखे गए हैं।

वैज्ञानिकों का दावा है कि चंद्रमा पर इन अतिरिक्त गड्ढों के लिए चीनी रॉकेट जिम्मेदार हो सकते हैं। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि चीन की राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी (सीएनएसए) ने साल 2022 में अपना खुद का चंद्रमा मिशन लॉन्च किया है। इसी बीच मार्च 2022 में एक रॉकेट चंद्रमा की सतह से टकराया. बताया जा रहा है कि ये दो ताजा क्रेटर चंद्रमा की सतह से टकराने के कारण बने हैं।

एरिजोना विश्वविद्यालय के एक एयरोस्पेस इंजीनियर टान्नर कैंपबेल ने कहा कि एक अघोषित चीनी रॉकेट पर अतिरिक्त पेलोड दोहरे गड्ढे के लिए जिम्मेदार था। ताकि चीन पर किसी की पकड़ न बन सके! वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि चंद्रमा पर बने दो नए गड्ढे उस हिस्से पर हैं जो पृथ्वी से कभी भी सीधे दिखाई नहीं देता है।

चंद्रमा की सतह पर लगभग एक ही आकार के दो क्रेटर दिखाई देते हैं। दोनों गड्ढों का आकार लगभग एक जैसा है. कैटालिना स्काई सर्वे मार्च 2015 में आयोजित किया गया था। पिछले साल उन्होंने चांद की सतह पर आखिरी बार रिसर्च की थी. अब ताजा जांच के दौरान चंद्रमा पर दो नए क्रेटर पाए गए हैं, वैज्ञानिकों ने इन्हें WE0913A नाम दिया है।

चीनी अंतरिक्ष एजेंसी आरोपों से इनकार करती है शोधकर्ताओं का कहना है कि चीन की अंतरिक्ष एजेंसी यह नहीं बता रही है कि चंद्रमा मिशन के साथ अतिरिक्त पेलोड कितना था। वह इस बात से भी इनकार करती है कि यह उसका रॉकेट था। यूनिवर्सिटी के एक एयरोस्पेस इंजीनियर ने कहा कि हमें नहीं पता कि यह क्या हो सकता है।

हम शायद इस राज को कभी नहीं जान पाएंगे. अंतरिक्ष यान द्वारा अंतरिक्ष में अपने रॉकेट लॉन्च करने या इन रॉकेटों को चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त करने में कुछ भी असामान्य नहीं है। यह घटना हमें चेतावनी दे रही है कि अंतरिक्ष का कबाड़ एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है।

Advertisement