अभी तक प्रदेश में मानसून की बात करें तो ज्यादातर दक्षिणी जिलों महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, नूंह, चरखी-दादरी में अच्छी बारिश हुई है। वहीं, उत्तर और पश्चिम इलाकों में मानसून की गति काफी धीमी रही है, जिसके चलते यहां अब तक मानसून सुस्त बना हुआ है। 1 से 8 जुलाई के बीच प्रदेश के सभी जिलों में मानसून सक्रिय हो गया था।
17 एमएम कम हुई प्रदेश में बारिश
9 से 11 जुलाई तक मानसून पर ब्रेक लग गया। हालांकि अब मौसम विज्ञान विभाग ने 11 से 14 जुलाई के बीच प्रदेशभर के अलग-अलग जिलों में अच्छी बारिश की संभावना व्यक्त की है। हालांकि 14-15 दो दिन एक बार फिर बारिश पर ब्रेक लगने के बाद मानसून पूरे प्रदेश में एक्टिव हो जाएगा। अभी तक पूरे प्रदेश में सामान्य से 17MM बारिश कम हुई हैं। आमतौर पर इस दौरान संपूर्ण राज्य में 84.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज होती है।
मौसम विभाग के अनुसार, इस बार 28 जून को प्रदेश में मानसून की एंट्री हुई थी। 1 से 10 जुलाई के बीच हरियाणा के 13 जिलों में मानसून बारिश की कमी बनी हुई है, जबकि केवल 9 जिलों में मानसून बारिश सामान्य से अधिक दर्ज हुई है। सबसे ज्यादा बारिश इस बार महेंद्रगढ़ जिले में देखने को मिली हैं। गुरुवार को भी महेंद्रगढ़ में अच्छी बारिश का अलर्ट है।
14 जुलाई तक प्रदेशभर में बारिश का अलर्ट
मौसम वैज्ञानिक डॉ. चंद्र मोहन के अनुसार 11 जुलाई को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। जिसके कारण पंजाब के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनेगा, इस दौरान मानसून ट्रफ लाइन के अपने सामान्य स्थान यानि हरियाणा-एनसीआर में पहुंचने की संभावना है।
इन सभी मौसमी सिस्टम के कारण हरियाणा-एनसीआर में एक बार फिर मानसून के सक्रिय होने की संभावना है। 14 जुलाई तक हरियाणा-एनसीआर के उत्तरी व पूर्वी जिलों में कहीं-कहीं गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश और कहीं-कहीं मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।