गांव के गांव डूबते जा रहे हैं। आवागमन ठप है। शहरों में जिंदगी बचाने के लाले पड़े हैं। बांधों के गेट खोले जा रहे हैं, आसमान से बादल फट रहे हैं।
पानी में जिंदा गायें बह जा रही हैं, बारिश का पानी नदियों, शहरों, गांवों में ऐसा आया है कि जिंदगी मौत के आंकड़ों में बदल रही है। एक नजर में देखें भारत के कुछ राज्यों का हाल।
महाराष्ट्र में मॉनसून ने जिंदगी तबाह कर रखी है। भारी बारिश के कारण मुंबई का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मुंबई को पानी आपूर्ति करने वाली तीन झील पूरी तरह लबालब हो चुकी है।
बीएमसी ने बताया कि मुंबई की विहार झील से गुरुवार सुबह लगभग 3:50 बजे पानी ओवरफ्लो होने लगा। पुणे के कई रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है।
ठाणे, पालघर और रायगढ़ समेत प्रदेश के कई जिलों में स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पुणे में चार लोगों की मौत हो गई।
गुजरात में भारी बारिश से तबाही
गुजरात के सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सौराष्ट्र के पोरबंदर, जूनागढ़ और देवभूमि द्वारका में भारी बारिश से काफी इलाकों में जलभराव हो गया है। नदियां उफान पर हैं। मौसम विभाग ने राज्य के इन हिस्सों में आगामी 30 जुलाई तक बारिश जारी रहने का अनुमान व्यक्त किया है।
उत्तर भारत में मानसून ने दस्तक दे दी है। राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों समेत कई इलाकों में जमकर बारिश हुई है। कुछ इलाकों बारिश से कहर बनकर टूटी है।
पुणे में घरों में घुसा पानी, लोगों का करना पड़ा रेस्क्यू
पुणे में हुई भारी बारिश की वजह से लोगों के घरों में पानी घुस गया है। सड़कें नदियों में तब्दील हो गई हैं। लोग बारिश और जलजमाव की वजह से अपने घरों में कैद हो गए, जिसके बाद पुणे फायर डिपार्टमेंट को नाव लेकर आना पड़ा।
लोगों को नाव में बैठाकर उनके घरों से सुरक्षित जगहों पर लेकर जाया गया। पुणे में ही मुला मुथा नदी खतरे के स्तर से ऊपर बहर रही है, जिसकी वजह से भिड़े पुल से लोग गुजरने से डर रहे हैं।