Nov 22, 2023, 17:02 IST

'पतंजलि कभी झूठा प्रचार नहीं करता, हमारे खिलाफ साजिश', सुप्रीम कोर्ट की चेतावनी पर क्या बोले बाबा रामदेव

बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने कहा कि हमारे खिलाफ साजिश रची जा रही है. कुछ डॉक्टरों ने एक समूह बनाया है जो लगातार योग और आयुर्वेद के खिलाफ प्रचार करता है. अगर हम झूठे हैं और हमने गलती की है तो हम मृत्युदंड के लिए भी तैयार हैं.

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Harnioor tv Delhi news : नई दिल्ली सुप्रीम कोर्ट द्वारा पतंजलि को फटकार लगाने और गलत प्रचार न करने की हिदायत देने की खबरों के बाद इसपर योग गुरु बाबा रामदेव का भी बयान सामने आया है. साजिश का आरोप लगाते हुए रामदेव ने कहा कि कुछ डॉक्टरों ने एक ग्रुप बना लिया है जो लगातार योग और आयुर्वेद के खिलाफ प्रचार करता है. अगर हम झूठे हैं तो हम पर 1000 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया जाना चाहिए।' अगर हम दोषी हैं तो मौत की सजा के लिए भी तैयार हैं.'

योग गुरु स्वामी रामदेव का कहना है, ''कल से अलग-अलग मीडिया साइट्स पर एक खबर वायरल हो रही है कि सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि को फटकार लगाई है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर आप गलत प्रचार करेंगे तो जुर्माना लगेगा. हम एससी का सम्मान करते हैं लेकिन हम कोई मिसाल प्रचार नहीं कर रहे हैं। कुछ डॉक्टरों ने एक ग्रुप बना लिया है जो लगातार योग, आयुर्वेद आदि के खिलाफ प्रचार करता है।'

बाबा रामदेव ने कहा, 'अगर हम झूठे हैं तो हम पर 1000 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाएं और हम मौत की सजा के लिए भी तैयार हैं, लेकिन अगर हम झूठे नहीं हैं तो उन लोगों को सजा दें जो असल में गलत प्रचार कर रहे हैं.' पिछले 5 साल से रामदेव और पतंजलि को निशाना बनाया जा रहा है.

याचिका आईएमए ने दायर की थी

सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा की पीठ ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की याचिका पर सुनवाई करते हुए पतंजलि के खिलाफ मौखिक टिप्पणी में कहा, 'पतंजलि आयुर्वेद के ऐसे सभी झूठे और भ्रामक विज्ञापनों को तुरंत बंद किया जाना चाहिए। अदालत ऐसे किसी भी उल्लंघन को बहुत गंभीरता से लेगी।'

पतंजलि से जवाब मांगा गया

आईएमए की याचिका पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और आयुष मंत्रालय और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड को नोटिस जारी किया गया था. संक्षिप्त सुनवाई के दौरान पीठ ने पतंजलि आयुर्वेद से कहा कि वह चिकित्सा की आधुनिक पद्धतियों के खिलाफ भ्रामक दावे और विज्ञापन प्रकाशित न करें।

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