Jun 30, 2024, 13:06 IST

T20 World Cup: राहुल द्रविड़ खुशी से उछल पड़े, T-20 विश्व कप जीतने के बाद एक्सप्रेशन नहीं रोक पाए टीम इंडिया के कोच

T20 World Cup: दक्षिण अफ्रीका को फाइनल में 7 रन से शिकस्त देने बाद टीम इंडिया ने मैदान पर जमकर जश्न मनाया. वही कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने भी इस जीत के बाद जमकर जश्न मनाया और जैसे ही ट्रॉफी हाथ में आई तो वो अपने इमोशंस नहीं रोक पाए.

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T20 World Cup: टीम इंडिया ने टी20 विश्व कप 2024 के रोमांचक फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 7 रनों से हराकर इतिहास रच दिया. उतार-चढ़ाव से भरे इस फाइनल मुकाबले में एक समय ऐसा भी आया जब क्लासेन और स्टब्स क्रीज पर थे और ऐसा लग रहा था कि भारत के हाथ से मैच निकल जाएगा. भारतीय फैंस के चेहरे पर मायूसी छाने लगी थी.

उसके बाद पांड्या, बुमराह और अर्शदीप की तिकड़ी और भारतीय फील्डर्स की जबरदस्त फील्डिंग ने टीम इंडिया की मैच में ऐसी वापसी करवाई जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई. मिस्टर कूल के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ ने कोच के रूप में अपने आखिरी आईसीसी टूर्नामेंट में भारत को वर्ल्ड चैंपियन बना दिया. 

टी20 वर्ल्ड कप 2024 फाइनल में मिली शानदार जीत के बाद द्रविड़ भी अपने इमोशंस को रोक नहीं पाए. उन्होंने पूरे जोश से जश्न मनाया. फिर जैसे ही कोहली ने राहुल द्रविड़ को ट्रॉफी सौंपी तो 'मिस्टर कूल' के नाम से मशहूर इस दिग्गज ने खुलकर जश्न मनाया और टीम के साथ जबदस्त तरीके से विनिंग मूमेंट साझा किए.

द्रविड़ का वीडियो हुआ वायरल

पहले उन्होंने अंतिम बॉल के साथ ही पवेलियन से मुट्ठी भींचकर जश्न मनाया और फिर बाद में ट्रॉफी उठाने के बाद उन्होंने जिस तरह खुलकर अपने इमोशंस और एक्सप्रेशन जाहिर किए वो देखने लायक था. ऐसा लग रहा था कि मानो वर्षों से वह इस पल का इंतजार कर रहे हों. बतौर प्लेयर और बतौर कप्तान राहुल द्रविड कभी वर्ल्डकप नहीं जीत सके लेकिन अब बतौर कोच उनके कार्यकाल में टीम इंडिया वर्ल्ड कप विजेता बन गई.

मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं- द्रविड़

भारत के दूसरी बार टी20 विश्व कप जीतने पर द्रविड़ ने कहा, "मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं, मैं इस टीम पर जितना गर्व कर सकता हूं, उतना कम है... शुरुआती ओवर में 3 विकेट खोना और 30 गेंदें शेष रहते हुए हम जिस स्थिति में थे, उसके बावजूद लड़कों ने लड़ना जारी रखा और अपना विश्वास बनाए रखा. मुझे लगता है कि यह उनके लिए बहुत बड़ा श्रेय है... यह मेरे लिए जीवन का यादगार लम्हा है.मैं टीम और सहयोगी स्टाफ का बहुत आभारी हूं जिन्होंने इसे संभव बनाया.'

राहुल द्रविड़ ने कहा कि एक खिलाड़ी के तौर पर मैं ट्रॉफी जीतने के लिए काफी भाग्यशाली नहीं था, लेकिन मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया... मैं काफी भाग्यशाली था कि मुझे एक टीम को कोचिंग देने का मौका दिया गया, मैं भाग्यशाली था कि लड़कों के इस समूह ने मेरे लिए यह ट्रॉफी जीतना संभव बनाया. यह एक शानदार एहसास है, ऐसा नहीं है कि मैं किसी मोचन का लक्ष्य बना रहा था, यह वह काम था जो मैं कर रहा था... यह एक शानदार यात्रा रही है..."

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