Harnoortv. New dlehi : इसमें जो लिखा था वह सिर्फ शादी का निमंत्रण नहीं था, बल्कि जो छपा था उसने समाज को एक नया संदेश दिया। यह पाखंडियों के लिए ठंडक देने वाला और कई लोगों के लिए आरामदायक था। तो आइए जानें कि उस कार्ड में ऐसा क्या था जिसे छापने के बारे में अब तक किसी ने सोचा भी नहीं था...
ये सब कार्ड के पहले पन्ने पर लिखा था।
जय जवान, जय किसान, जय मनुष्य, जय विज्ञान।
खेत हमारे मंदिर हैं और भोजन हमारा भगवान है।
पाखंड और प्रदूषण से मुक्त विवाह
बिना पुरोहित के, बिना दहेज के, बिना पाखंड के, बिना पुरोहिती के,
हवन यज्ञ के भारी, प्रदूषणकारी धुएं के बिना
हम आपको ऐसी अनोखी शादी के लिए शुभकामनाएं देते हैं।
शादी के कार्ड पर महात्मा गौतम बुद्ध, गुरु नानक देव, चौधरी छोटू राम, डॉ। भीमराव अंबेडकर, शहीद-ए-आजम भगत सिंह और महात्मा ज्योतिराव फुले की तस्वीरें और विचार छपे थे।
और नीचे लिखा...
सदियों तक याद रखा जाएगा किसान आंदोलन, कैमरा क्लास
अंदर के पन्नों पर इन महापुरुषों के विचार लिखे हुए थे।
दुनिया का सबसे बड़ा अंधविश्वास
इसका अर्थ है ईश्वर में विश्वास करना।
- शहीद-ए-आजम भगत सिंह
हे मेरे भोले किसान, दुश्मन को पहचानो और
मंडी और फांदी का विरोध करें।
-चौधरी छोटू राम
स्कूल की घंटियाँ प्रगति की ओर ले जाती हैं।
मंदिर की घंटियाँ मानसिक गुलामी की ओर ले जाती हैं।
-ज्योतिराव फूल
शिक्षा शेरनी का दूध है, जो पिएगा वही दहाड़ेगा
- डॉ। भीमराव अंबेडकर
अपनी रोशनी स्वयं बनें
- गौतम बुद्ध
अंततः यह लिखा गया...
एक रूपये के लिए सगाई करना, अमीरों का सरमाया,
पाखंड को अलविदा,
इसी में सबका कल्याण है।
पूरे कुंडू परिवार को शादी में आना चाहिए
सुभाष कुंडू जी के बेटे की शादी का निमंत्रण कार्ड वाकई अनोखा और समाज के लिए प्रेरणादायक है। जब शादी का कार्ड ऐसा होगा तो शादी का दिन भी बेहद यादगार रहेगा। जिनकी शादी का कार्ड उनके घर जाएगा और जिनकी शादी होगी उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। समाज को एक नई दिशा दे रहे इस शादीशुदा जोड़े को शुभकामनाएं।