Harnoor tv Delhi news : 6 अगस्त 1993 को रिलीज हुई फिल्म 'खलनायक' में संजय दत्त और माधुरी दीक्षित मुख्य भूमिका में थे। यह फिल्म संजय दत्त के करियर के लिए भी मील का पत्थर साबित हुई। इस फिल्म ने संजय दत्त की बैड बॉय इमेज बना दी। सुभाष घई के निर्देशन में बनी यह फिल्म रिलीज होते ही सुपरहिट हो गई।
फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 240 करोड़ की कमाई की. इसके साथ ही ये फिल्म 1993 की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी. इसी साल फिल्म 'आंखे' ने 274 करोड़ की कमाई कर साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म का खिताब अपने नाम किया।
लेकिन फिल्म खलनायक की कहानी ही नहीं बल्कि इसके गाने भी सुपरहिट रहे। गाने संगीत निर्देशक जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल द्वारा रचित थे। फिल्म में गाने के बोल आनंद बख्शी ने लिखे हैं. फिल्म का निर्देशन सुभाष घई ने किया था. इस फिल्म का एक गाना भी मार्केट में सुपर-डुपर हिट हुआ. फिल्म का गाना 'चोली के पीछे क्या है' बहुत पसंद आया। इतना ही नहीं इस गाने की 10 लाख से ज्यादा डीवीडी मार्केट में हाथों-हाथ बिक गईं।
कुछ आदर्शवादियों ने फिल्म के अर्थ को लेकर बहुत हंगामा किया। इस गाने के बोल पर लोगों ने आपत्ति जताई और यह विवाद में भी आ गया. लेकिन फिर भी ये गाना 90 के दशक से लेकर करीब 10 सालों तक पार्टियों की शान बना रहा. क्लबों में भी लोगों ने इस गाने पर डांस किया.
इस गाने को मशहूर बॉलीवुड सिंगर 'इला अरुण' ने गाया है। हालांकि जैसे ही इला अरुण की मां ने इस गाने के बोल सुने तो उन्होंने इसे गाने से मना कर दिया. हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में इला अरुण कहती हैं, 'जब मेरी मां ने इस गाने के बोल सुने तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने पूछा कि आजकल किस तरह के गाने बन रहे हैं. ऐसे गाने मत गाओ. अपने स्टारडम को इतना कम मत करो कि आपको कुछ भी गाना पड़े।
इस गाने से सुभाष घई भी काफी हैरान हुए थे. सुभाष घई ने कहा कि हम इस मामले में बहुत सख्त थे. क्योंकि गाने का मतलब अलग-अलग निकाला जा सकता है और विवाद होने की आशंका है. लेकिन जब गाना रिलीज हुआ तो लोगों ने इसे खूब पसंद किया.
फिल्म खलनायक बॉलीवुड की सबसे पसंदीदा फिल्मों में से एक है। इस फिल्म के प्रति लोगों की दिलचस्पी आज भी कम नहीं हुई है. इला अरुण के इस गाने की लोकप्रियता भी लोगों के जुबान पर है. रियलिटी शो में अक्सर नए कलाकार इस गाने पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हैं.