Harnoor tv Delhi news : दरअसल, यहां हम बात कर रहे हैं सदाबहार एक्ट्रेस पुष्पावली की जो सदाबहार एक्ट्रेस रेखा की मां हैं। तस्वीर में दिख रही हीरोइन कोई और नहीं बल्कि पुष्पावली हैं, जो अपने समय की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक थीं। पुष्पावली ने मुख्य रूप से तमिल और तेलुगु फिल्मों में अभिनय किया।
'संपूर्ण रामायणम' में सीता का किरदार निभाकर वह मशहूर हुईं और उनका किरदार हमेशा के लिए यादगार बन गया। पुष्पावली की 1942 में आई तेलुगु फिल्म 'बाला नागम्मा' सबसे बड़ी हिट थी। 1947 में आई फिल्म 'मिस मालिनी' में उनका रोल लोगों को पसंद नहीं आया।
रेखा की मां पुष्पावल्ली की शादी 1940 में हुई, लेकिन यह रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं चल सका और उनकी पहली शादी 6 साल में ही टूट गई। इसके बाद उन्होंने अपने फिल्मी करियर पर फोकस किया और उसके बाद उनकी जिंदगी में एक नया मोड़ आया जब उन्हें फिल्म 'मिस मालिनी' मिली।
मिस मालिनी में उनके हीरो साउथ के मशहूर एक्टर जेमिनी गणेशन थे और स्क्रीन पर उनके कई रोमांटिक सीन थे। इसके बाद दोनों स्टार्स असल जिंदगी में भी रिलेशनशिप में आए लेकिन ये रिश्ता शादी तक नहीं पहुंच पाया। मिथुन कभी पुष्पावली को अपनी पत्नी का दर्जा नहीं दे सके, क्योंकि वह पहले से ही शादीशुदा थे और अपनी पहली पत्नी से अलग नहीं होना चाहते थे।
हालांकि, जेमिनी गणेशन ने पुष्पावली को नहीं छोड़ा और उनका प्यार इतना परवान चढ़ा कि एक्ट्रेस बिना शादी के ही प्रेग्नेंट हो गईं। बाद में पुष्पावली ने जुड़वां बेटियों को जन्म दिया, एक का नाम राधा और दूसरी का रेखा रखा गया। मिथुन और पुष्पावली दोनों ने फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा, लेकिन रेखा ने खूब शोहरत बटोरी और आज भी सदाबहार स्टार हैं।
हम आपको बताते हैं कि जेमिनी गणेशन का पुष्पावली से प्यार तब शुरू हुआ जब वह 4 बेटियों के पिता बने और इसीलिए वह अपनी को-स्टार को पत्नी का दर्जा देने से झिझक रहे थे। रेखा ने अपना अधिकांश जीवन अपनी मां पुष्पावल्ली के साथ बिताया। 1991 में 65 साल की उम्र में रेखा की मां का निधन हो गया।
रेखा ने 12 साल की उम्र में तेलुगु फिल्म इंति गुट्टू से बाल कलाकार के रूप में अभिनय की दुनिया में कदम रखा था। उनकी पहली हिंदी फिल्म सावन भादों 1970 में रिलीज हुई थी।