Harnoor tv Delhi news : सूखे मेवे और बीज : डॉ सर्वेश कुमार कहते हैं कि सूखे मेवे और बीज किडनी के लिए फायदेमंद माने जाते हैं. दरअसल, नट्स और बीज दोनों ही पोटेशियम, मैग्नीशियम, फाइबर और विटामिन ई जैसे खनिज और विटामिन के अच्छे स्रोत हैं, जो किडनी को स्वस्थ रखते हैं। पोटेशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा दोनों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट किडनी की सूजन को भी कम करते हैं। इसके लिए आप अपने दैनिक आहार में बादाम, अखरोट, खजूर, किशमिश, चिया बीज, सूरजमुखी के बीज आदि को शामिल कर सकते हैं।
लहसुन: विशेषज्ञों के मुताबिक खाने में इस्तेमाल होने वाला लहसुन सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। दरअसल, लहसुन में एलिसिन नामक एक शक्तिशाली यौगिक होता है, जिसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं। जो किडनी को कई संक्रमणों और बैक्टीरिया से बचाने का काम करता है। यह किडनी को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाता है। इसके अलावा इसके सेवन से हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है।
सेब का छिलका: स्वस्थ रहने के लिए सेब का सेवन अधिक फायदेमंद होता है। प्रतिदिन सेब खाने से कई बीमारियाँ दूर हो जाती हैं। सेब उनमें से एक है. हम आपको बताते हैं कि सेब में पाया जाने वाला एक्टिन नामक घुलनशील फाइबर रक्त शर्करा और कोलेस्ट्रॉल दोनों को कम करने की क्षमता रखता है। इसके अलावा, सेब के छिलके में क्वेरसेटिन नामक पदार्थ और अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो आपको शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रखने में मदद करते हैं।
फैटी फिश: आयुर्वेदाचार्यों के अनुसार ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फैटी फिश किडनी के लिए रामबाण मानी जाती है। इसमें ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर दोनों को नियंत्रित करने की क्षमता होती है। यह किडनी की सूजन को भी कम करता है। इसलिए अगर आहार में वसायुक्त मछली को शामिल किया जाए तो किडनी स्टोन की समस्या से बचा जा सकता है। इसके लिए सैल्मन, ट्यूना, मैकेरल, हेरिंग और सार्डिन जैसी वसायुक्त मछली का सेवन किया जा सकता है।
शिमला मिर्च: लाल शिमला मिर्च किडनी के लिए औषधि का काम करती है। दरअसल, शिमला मिर्च पोटेशियम, मैग्नीशियम, फाइबर, फोलिक एसिड, विटामिन ए, बी6 और विटामिन सी से भरपूर होती है, जो इसे किडनी आहार के लिए एक स्वादिष्ट और पौष्टिक विकल्प बनाती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट किडनी की सूजन को कम करते हैं। इसके अलावा शिमला मिर्च में पाया जाने वाला फाइबर ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है।
व्यायाम है जरूरी : डॉ. सर्वेश कुमार कहते हैं, इन सुपरफूड्स के सेवन के साथ-साथ व्यायाम भी बहुत जरूरी है। क्योंकि, लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहना या शरीर का थोड़ा भी मूवमेंट न करना भी किडनी में पथरी बढ़ने का कारण बन सकता है। ऐसे में कोशिश करें कि हर घंटे कम से कम 5 मिनट तक टहलें। साथ ही आप सुबह की सैर और योग भी कर सकते हैं। अगर इन सभी बातों का पालन किया जाए तो किडनी में पथरी होने की संभावना नगण्य हो जाती है।