Harnoor tv Delhi news : इस भागदौड़ भरी जिंदगी में आमतौर पर खर्राटे लेना गहरी नींद का संकेत माना जाता है। आपने अक्सर सुना होगा कि जो व्यक्ति खर्राटे लेता है उसे अच्छी नींद आती है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि खर्राटे लेना अच्छी नींद नहीं है, बल्कि यह एक गंभीर समस्या का संकेत है। जो स्वयं खर्राटे लेता है वह नहीं जानता कि वह खर्राटे लेता है। जो लोग खर्राटों से पीड़ित होते हैं उन्हें जागने के बाद मुंह सूखने और गले में खराश का अनुभव होता है। खर्राटे लेना आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। तो चलिए आज डॉक्टर टीसी गिधवाल से जानते हैं कि हम खर्राटे क्यों लेते हैं?
डॉ। टी.सी. गढ़ीवाल ने कहा कि इससे सांस लेने में रुकावट आती है, जो अक्सर नाक और गले में देखी जाती है। खर्राटे मोटापे, अत्यधिक धूम्रपान और शराब पीने, अनिद्रा या नाक की एलर्जी आदि के कारण हो सकते हैं। खर्राटे लेते समय अगर सांस रुक जाए तो यह स्थिति खतरनाक होती है। उन्होंने कहा कि अगर आप दिन में सोते समय भी खर्राटे लेते हैं तो यह भी एक गंभीर समस्या हो सकती है, अगर आप पूरे दिन सुस्ती या थकान महसूस करते हैं तो यह भी खर्राटे लेने के लक्षण हो सकते हैं। खर्राटों के लक्षण तनाव, अधिक सोना, सिरदर्द आदि हो सकते हैं।
खर्राटों से बचाव:
डॉ. टीसी गढ़ीवाल ने बताया कि अगर खर्राटे लेते समय सांस रुक जाए तो यह स्थिति खतरनाक होती है। अगर आप दिन में सोते समय भी खर्राटे लेते हैं तो यह भी एक गंभीर समस्या हो सकती है। जीवनशैली और आहार में बदलाव करके वजन कम करें। अगर आपको साइनस या थायराइड की समस्या है तो डॉक्टर से सलाह लें।