Harnoor tv Delhi news : कई बार बीमारियों से छुटकारा पाने में जड़ी-बूटियां दवाओं से भी ज्यादा असरदार होती हैं। आयुर्वेद में कई ऐसी चीजों को सेहत के लिए वरदान माना गया है। इन्हीं में से एक है मोरिंगा का पेड़। इसे शिगारू वृक्ष के नाम से भी जाना जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस पौधे के हर भाग में औषधीय गुण होते हैं। इसके फूल, पत्तियां और छाल का प्रयोग विभिन्न प्रकार से किया जाता है। कई लोग मोरिंगा की पत्तियों का पाउडर बनाकर सेवन करते हैं, तो कई लोग मोरिंगा के फूलों को पीसकर पेस्ट बना लेते हैं। आइए किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानें इस औषधीय पौधे की खासियत।
यूपी के अलीगढ़ आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सरोज गौतम के मुताबिक मोरिंगा का पेड़ सेहत के लिए वरदान माना जा सकता है. आयुर्वेद में इस पेड़ को औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है और इसके फूल, पत्ते और छाल का इस्तेमाल कई तरह से किया जाता है। मोरिंगा की पत्तियों को पाउडर के रूप में सेवन करने से चमत्कारी स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। इसके फूलों का पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाया जाता है, जबकि मोरिंगा की छाल से काढ़ा तैयार किया जाता है। इस पौधे के हर भाग का उपयोग आयुर्वेदिक उपचार में किया जा सकता है।
आयुर्वेदिक डॉक्टरों के अनुसार मोरिंगा के फूल, पत्तियां और छाल महिलाओं, मधुमेह रोगियों और मूत्र संबंधी समस्याओं वाले लोगों के लिए सबसे फायदेमंद माने जाते हैं। मोरिंगा की पत्तियों को सुखाकर, कुचलकर पाउडर का उपयोग किया जाता है। मोरिंगा की पत्ती के पाउडर का सेवन करने से महिलाओं में होने वाली हार्मोनल समस्याएं ठीक हो सकती हैं। गर्भाशय संबंधी समस्या वाली महिलाएं भी डॉक्टर की सलाह पर इस चूर्ण का सेवन कर सकती हैं। इसमें पाए जाने वाले गुण महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में कारगर हो सकते हैं।
डॉ. सरोज गौतम के अनुसार, मोरिंगा की पत्ती का पाउडर मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसमें पाए जाने वाले मीठे रस के गुण शरीर में शुगर लेवल को कम करने में मदद करते हैं। अगर इसका सही तरीके से सेवन किया जाए तो शुगर लेवल को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। मोरिंगा पाउडर मूत्र संबंधी समस्याओं के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, मोरिंगा के फूलों का पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाने से त्वचा के संक्रमण से काफी राहत मिलती है। हालांकि लोगों को मोरिंगा का सेवन डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही करना चाहिए।