Love Marriage : समाज में कई उदाहरण ऐसी शादी के सफल होने व कई असफल होने के उदाहरण मिल जाएंगे। लव मैरिज की सफलता लड़का-लड़की के एक-दूसरे के विचारों पर निर्भर है।
ऐसा ही एक मामला बिहार राज्य के एक जिले में सामने आया है। लड़का-लड़की तीन साल से मिल रहे थे। आखिर में सारा राज ऐसे खुल गया, जानें इस खबर में।
तीन साल से छुप-छुपकर मिलनेवाले एक प्रेमी जोड़े की पंचायत ने शादी करवा दी। (extramarital affair)मामला बरौली थाना क्षेत्र की नवादा पंचायत का है। बीते सोमवार (3 जुलाई) को हुए इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया (social media)पर वायरल हो रहा है।
हालांकि इस मामले में पुलिस के पास किसी तरह की शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। इस मामले में न ही प्रेमी जोड़े पहुंचे और न ही उनके परिवार के लोग थाने गए। पंचायत ने शादी तो करा दी लेकिन इसके बाद शर्त रख दी कि अब दोनों गांव में नहीं रह सकते।
पंचायत में लोगों ने प्रेमी जोड़े से की पूछताछ
इस दौरान लड़की और लड़के से पंचायत में पूछताछ भी की गई। लड़की ने कहा कि उसने लड़के को नहीं फंसाया है बल्कि लड़के ने फंसाया है। दोनों एक-दूसरे से शादी करने की बात पर तैयार हो गए।
सरपंच हरिहर सिंह की मौजूदगी में पंचायत बैठी। गांव के दुर्गा मंदिर (Durga Temple)में दोनों की शादी कराई गई। इसके बाद पंचायत छोड़ने का फैसला सुनाया गया। इस दौरान लड़के के मां-बाप के अलावा गांव के सैकड़ों लोग मौजूद थे।
शादी का दबाव बना रही थी लड़की
बताया जाता है कि मांझा थाना क्षेत्र की रहने वाली रिमझिम और बरौली थाने के रहने वाले (resident of Barauli police station) भीम कुमार एक दूसरे से प्यार करते थे।
दोनों एक-दूसरे के करीब आते गए। जब इसकी जानकारी युवती के परिजनों को लगी तो उसे घर से निकाल दिया। इसके बाद युवती अपने प्रेमी के घर पहुंची और शादी का दबाव बनाने लगी।
पहले युवक के परिजनों ने मामले को दबाने का प्रयास किया। लड़की ने किसी की नहीं सुनी और गर्भवती होने की बात करते हुए शादी की जिद करने लगी। इसके बाद मामला पंचायत में पहुंचा था।
सरपंच ने रखा बना पक्ष
इस मामले में सरपंच हरिहर सिंह ने कहा कि हमारे गांव में एक लड़की करीब 10-12 दिन से आकर बैठ गई थी। कहने लगी कि वह उस लड़के से प्यार करती है। शादी करना चाहती है।
लड़का शादी करे नहीं तो वह जहर खा लेगी। इस पर ग्रामीण और पंचायत के लोग (Villagers and Panchayat people)आए और कहने लगे कि मामले पर विचार किया जाए।
इसके लिए मैंने महासभा बुलाई। इसके बाद दोनों के बारे में पूरी जानकारी ली। फिर निर्णय लिया गया कि दोनों की शादी करा दी जाए और गांव से निकाल दिया जाए।