Harnoor tv Delhi news : एक नई खोज में वैज्ञानिकों को एक बार फिर बेहद अनोखे जानवर का जीवाश्म मिला है। 5 मीटर लंबे इस समुद्री जानवर के जीवाश्म की खास बात यह है कि यह ट्राइसिक काल का होने के बावजूद पूरी तरह से संरक्षित है और आज के डायनासोर युग के किसी भी जानवर से मेल नहीं खाता है। ड्रैगन की तरह दिखने वाले इस समुद्री जीव की गर्दन सांप जैसी थी।
इतना अच्छी तरह से संरक्षित जीवाश्म 24 मिलियन वर्ष पहले का है कि वैज्ञानिक इसे ड्रैगन कह रहे हैं। गाइनेसेफलोसॉरस ओएंटालिस नाम का यह जीवाश्म पहली बार 2003 में देखा गया था, लेकिन इसकी गर्दन असामान्य रूप से लंबी थी।
यह उन चुनिंदा जीवाश्मों में से है जिनका वैज्ञानिकों ने विश्लेषण किया है।
जीवाश्म की खोज वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने दक्षिणी चीन के गुइझोउ प्रांत में की थी और बाद में इसे स्कॉटलैंड के राष्ट्रीय संग्रहालय में रखा गया था। वैज्ञानिकों ने इसका अध्ययन किया और पाया कि इसकी गर्दन इसके शरीर के बाकी हिस्सों की तुलना में लंबी थी और इसमें एक संयुक्त पूंछ थी, जो आसानी से झुक सकती थी, जिससे इसे शिकार करने में बहुत फायदा मिलता था।
वैज्ञानिकों का कहना है कि हमेशा की तरह इस बार भी ट्राइऐसिक जानवर के जीवाश्म ने चौंका दिया है। उनका कहना है कि यह जीव टाइनास्टेरियस हाइड्राइड्स के समान है, जो स्वयं एक मध्य ट्राइसिक प्राणी है। दोनों जानवर आकार और आहार में समान हैं। लेकिन डाइसेफैलोसॉरस की गर्दन में अधिक कांटे थे और इसलिए वह सांप जैसा दिखता था। लेकिन सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि ऐसा जानवर डायनासोर के युग में भी नहीं देखा गया था।
शोधकर्ताओं का कहना है कि यह सरीसृप समुद्री जीवन शैली के लिए अनुकूलित था। इसके जीवाश्मों के पेट में मछली के जीवाश्म भी पाए गए हैं। शोधकर्ताओं ने यह जानकारी अर्थ एंड एनवायर्नमेंटल साइंस: ट्रांजैक्शंस ऑफ द रॉयल सोसाइटी ऑफ एडिनबर्ग में प्रकाशित की है।