Harnoor tv Delhi news : हिंदू धर्म में हर महीने कई व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं। धार्मिक दृष्टि से भी ये बहुत महत्वपूर्ण हैं। हिंदू धर्म के शास्त्रों में सप्ताह का प्रत्येक दिन किसी न किसी देवता को समर्पित है। सोमवार का दिन भगवान शिव को, मंगलवार को बजरंगबली को, बुधवार को भगवान गणेश को, गुरुवार को भगवान विष्णु को, शुक्रवार को मां लक्ष्मी को, शनिवार को शनिदेव को और रविवार को सूर्य को समर्पित है। ऐसे में लोग अपनी आस्था के अनुसार कुछ खास दिनों में व्रत रखते हैं और पूरे विधि-विधान से पूजा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इन खास दिनों में किसी भी देवी-देवता की पूजा करने से खुशियां आती हैं और जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। आज बुधवार है और यह दिन गणपति को समर्पित है. इस दिन बुध की भी पूजा की जाती है।
शास्त्रों के अनुसार बुधवार के दिन व्रत रखकर पूरे विधि-विधान से भगवान गणेश की पूजा करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। श्री गणेश को सभी देवी-देवताओं में आदिदेव माना जाता है और हर शुभ कार्य में उनकी पूजा सबसे पहले की जाती है। गणपति को प्रसन्न करने से लोगों के जीवन में अपार खुशियां आती हैं और घर में रिद्धि-सिद्धि का वास होता है। बुधवार के दिन बुध की भी पूजा करनी चाहिए। इससे आपके जीवन में धन-धान्य की कोई कमी नहीं रहेगी। बुधवार का व्रत करने के लिए हर किसी को सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए।
इसके बाद दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर स्नान करें। इसके बाद गणेश जी की मूर्ति को तांबे के बर्तन में स्थापित करना चाहिए। इसके बाद भगवान गणेश की पूजा शुरू करें। पूजा के दौरान गणपति को फूल, धूप, दीप, चंदन और कपूर अर्पित करें। बप्पा को दूब यानी दूर्वा चढ़ाना भी शुभ माना जाता है। अंत में आरती के बाद भगवान गणेश को मोदक का भोग लगाना चाहिए। पूरे दिन 108 बार ओम गं गणपतये नमः का जाप करें। आइए जानते हैं बुधवार के शुभ समय, अशुभ समय और राहुकाल के बारे में।
06 दिसंबर 2023 का पंचांग
आज की तारीख - नवंबर
आज का करण- तैतिल
आज का नक्षत्र- उत्तराफाल्गुनी
आज का योग-प्रेम
आज की पार्टी - कृष्णा
आज का वार - बुधवार
सूर्योदय-सूर्यास्त और चन्द्रोदय-चन्द्रास्त का समय
सूर्योदय- 06:59:51 AM
सूर्यास्त - 17:23:59 अपराह्न
चंद्रोदय – 25:26:00
चंद्रास्त – 13:16:59
चंद्र राशि – सिंह
हिन्दू मास और वर्ष
शक संवत् - 1945 शुभ
विक्रम संवत - 2080
कलि संवत् - 5124
दिन का समय - 10:29:22
माह अमांत - कार्तिक
मास पूर्णिमा - मार्गशीर्ष
शुभ मुहूर्त - कोई नहीं
अशुभ समय
रक्तमुहूर्त- 11:51:06 से 12:32:43 तक
कुलिक- 11:51:06 से 12:32:43 तक
कंटक- 16:00:45 से 16:42:22 तक
राहु काल - 12:11:54 से 13:29:55 तक
कालवेला/अर्धयाम - 07:41:27 से 08:23:04 तक
यमघंटा - 09:04:40 से 09:46:17 तक
यमगंड- 08:17:52 09:35:53 तक
गुलिक काल- 10:53:54 से 12:11:54 तक