किसानो को मालामाल कर देंगी काले टमाटर की खेती, कम लागत में अधिक उत्पादन कर कमा सकते लाखो रुपये, जाने खेती करने का। तरीका भारत एक कृषि प्रधान देश है और यह की आधे से ज्यादा आबादी कृषि पर आधारित है देश में कई किसान खेती के ट्रेडिशनल तरीकों को छोड़कर नई फसलें उग
अगर आप भी ऐसी खेती करने के बारे में सोच रहे हैं तो हम आपको एक बेहतर आईडिया दे रहे हैं। यह एक ऐसी फसल है जिसकी देश में काफी डिमांड है और इसमें लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
आपको बतादे काले टमाटर को लंबे समय तक ताजा रख सकते हैं। इसके काले रंग और कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण गुण होने कारण मार्केट में इसकी कीमत लाल टमाटर के मुकाबले ज्यादा रहती है।
आपकी जानकारी के लिए बतादे मार्केट में इसकी एंट्री हो चुकी है और कई लोग इसकी अलग पहचान के कारण लोग इसे तुरंत खरीद लेते हैं। बता दें कि काले टमाटर की खेती की शुरुआत इंग्लैंड से हुई थी। इसे अंग्रेजी में इंडिगो रोज़ टोमेटो कहा जाता है। इसे यूरोप के मार्केट में ‘सुपरफूड’ कहते हैं।
काले टमाटर की खेती भी लाल टमाटर की तरह की जाती है। इस किस्म के टमाटर की खेती के लिए गरम जलवायु चाहिए होती है। काले टमाटर की बुवाई करने के लिए जनवरी का महीना सबसे सही रहता है। भारत की जलवायु काले टमाटर की खेती के लिए उपयुक्त है। इसके लिए जमीन का P.H. मान 6-7 के बीच होना जरूरी है।
हीं इसमें औषधीय गुण भी लाल टमाटर के मुकाबले ज्यादा पाए जाते हैं। यह बाहर से काला और अंदर से लाल होता है। अगर हम इसको कच्चा खाते हैं तो यह स्वाद में न ज्यादा खट्टा है न ज्यादा मीठा, इसका स्वाद नमकीन जैसा रहता है. यह वजन कम करने से लेकर,