वरना पड़ सकता है पछतानाजो लोग भी सेकंड हैंड कार लेने का प्लान बना रहे है उनके लिए कार से जुड़े सभी दस्तावजों की जांच करना बहुत ही अनिवार्य हो जाता है
खरीदने से पहले आपकी कार के कागजात बिलकुल सही होने चाहिए और इंश्योरेंस प्लान भी होना चाहिए ।
जब आप को अपने सपनों की कार मिल जाए तो पहले तो आपको उस कार का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट , इंश्योरेंस , पॉल्यूशन प्रमाण पत्र , और कार के इंजन जैसे जरूरी चीजों पे ध्यान रखे
कार को खरीदने की प्रकिया शुरू करे।ओनरशिप ट्रांसफर बात करें सेकंड हैंड कार खरीदने के बाद आपको कार की ओनरशिप पेपर तुरंत अपने नाम पे ट्रांसफर करवा ले
कार की Noc नो – ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जरूर अपने हैंड ओवर में ले। पेपर को ट्रांसफर करवाने के लिए अपने नजदीकी Rto ऑफिस में एप्लीकेशन देनी होती है।
सेकंड हैंड कार लेने से पहले आपको यह जरूर चेक करना है की कार का इंश्योरेंस हुआ है की नही वैसे तो अगर कार का मालिक कार बेच रहा है
इंश्योरेंस करवाना बहुत ही जरूरी होता है वरना वो कार नही बेच सकता है आजकल मार्केट में बहुत सारी प्राइवेट कंपनी है जो सेकंड हैंड कार का भी इंश्योरेंस प्रदान करवाती है
जब आप कोई सेकंड हैंड कार खरीदने वाले है तो आपको पहले यह सुनिश्चित करना होगा की कार का कोई पहले कोई एक्सीडेंट तो नही हो चुका है
बोनट को खोलना है और अंदर की तरफ ध्यान से देखना है कि कही वेल्डिंग या मिसमैच कलर जैसा स्पॉट या फिर कोई अंदर का पार्ट टेढ़ा मेड़ा तो नही है
यह पता करना है की कार का इंजन बेस्ट है की नही तो सबसे पहले आपको कार को इग्निशन देना है और देखना है की पहली सेल्फ में कार अगर स्टार्ट हो रही है और पिक अप भी अच्छा दे रही है तो उस कार का इंजन पूरी तरह ठीक है।