खेत में घास काट रही अपनी मां से मिलने पहुंचा पुलिस की वर्दी में डीएसपी बना बेटा गरीबी तेरा हो गया मुंह काला हो गया और मेरा बेटा पुलिसवाला हो गया।
सतना ड्यूटी करने के लिए गए हुए थे। जब वह अपने गांव के पास से होकर गुजरे तो पता चला कि उनकी मां खेत पर घास काट रही है। इसलिए वह अपने खेत पर वर्दी में जा पहुंचे।
बेटे को वर्दी में देख मां का चहरा खिल गया और उन्होंने कहा कि गरीबी तेरा मुंह हो गया काला और मेरा बेटा बन गया पुलिस वाला।
इस पर उनकी मां ने कहा कि घास जानवरों के लिए काट रही हूं जिससे दूध-घी का काम चलता है। मैं ग्वालियर जाकर क्या करूंगी यहां पर बेटे के लिए दो पैसा कमा लेती हूं।
कि मां-बेटे का यह वार्तालाप मेरे ताऊ के बेटे ने मोबाइल में रिकार्ड कर लिया। इसमें मेरा चचेरा भाई मां से पूछता है कि आपको भइया खर्चा देते हैं तो उस पर उन्होंने कहा कि हां खूब पैसा देते हैं।
डीएसपी संतोष पटेल बताते हैं कि वह 15 फरवरी 2018 को डीएसपी बने थे और बैतूल में पहली पोस्टिंग हुई थी। उसके बाद पहली बार सतना ड्यूटी में जाते वक्त वर्दी पहनकर गांव के पास से निकला तो मां खेत पर घास छील रही थी वहीं मिलने पहुंच गया।
DSP की माँ गांव में रहकर स्वयं चलाती है अपना खर्चा उन्होंने कहा कि मेरी मां आज भी अपना खर्चा स्वयं चलाती है। एक भैंस पाले हैं जिसका घी हमें भिजवाती है और दूध बेचती है
और कुछ खेती बाड़ी से कमा लेती हैं। पिता जी ने कारीगरी छोड़ दी दोनों मिलकर काम करते रहते हैं। साथ मे रहने के लिए आग्रह करता हूं तो यह कहकर टाल देती हैं कि जब तक हाथ-पैर चल रहे हैं तो गांव में 2 रुपये कमा लेते हैं। यहीं रहेंगे और तुम लोगों के लिए कुछ जोड़ेंगे
वह कहती है कि नेता-विधायक बनने के लिए हाथ और पांव जोड़ो। बन जाने के बाद 50 लोग गाली देते हैं। सबसे राजा चीज नौकरी है। मेहनत करने पर सफलता मिलती है।
डीएसपी की मां कहती हैं कि छह बीघा मेरे पास जमीन है। इसके बाद डीएसपी अपनी मां से पूछते हैं कि जमीन में ज्यादा फायदा है कि पढ़ाई में। मां कहती है कि पढ़ाई में ज्यादा फायदा है।