Ravi Kishan

अभिनय से लेकर राजनीति तक में मेहनत के दम पर खड़ी की कामयाबी की नई मिसाल, आसान नहीं रवि किशन का सफर

भोजपुरी से लेकर साउथ सिनेमा तक

अपनी दमदार एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीतने वाले एक्टर रवि किशन को भला कौन नहीं जानता। उनकी एक्टिंग का डंका पूरी फिल्म इंडस्ट्री में बजता है।

भले ही उन्होंने बॉलीवुड से

अपने करियर की शुरुआत की हो लेकिन उन्हें असली पहचान भोजपुरी सिनेमा में मिली। सिनेमा के साथ राजनीति में भी रवि किशन ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है।

17 जुलाई 1979 में

जन्में रवि किशन आज अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर हम आपको उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताएंगे।

जौनपुर जिले की केराकट तहसील में

न्मे रवि किशन का बचपन गरीबी में गुजरा। इनके पिता पंडित श्याम नारायण शुक्ला पुजारी थे। रवि किशन के पिता उन्हें पढ़ा-लिखाकर अपनी तरह पुजारी बनाना चाहते थे

लेकिन रवि किशन को यह

पसंद नहीं था। उनके मन में बॉलीवुड और मुंबई के सपने शुरू से थे। एक समय ऐसा भी आया कि वह घर से भागकर सपनों की नगरी मुंबई चले गए।

आर्थिक तंगी को

रवि किशन ने अपने संघर्ष का कभी रुकावट नहीं बनने दिया। वे मुंबई में लगातार परेशानियों से जूझते रहे। कठिनाइयों से उन्होंने हार नहीं मानी

फिर एक समय वह भी

आया जब बॉलीवुड और भोजपुरी सिनेमा ने उन्हें सलाम किया। कम समय में ही उन्होंने हिंदी, भोजपुरी, दक्षिण की फिल्मों में अपना नाम कमाया। भोजपुरी के वे सुपरस्टार बनकर उभरे।