Satyaprem Ki Katha

'यह फिल्म पुरुषों को संवेदनशील बनाने के लिए है', बोले निर्देशक समीर विद्वांस

कियारा आडवाणी और कार्तिक आर्यन की फिल्म

'सत्यप्रेम की कथा' इन दिनों सिनेमाघरों में लगी हुई है। 29 जून को रिलीज हुई यह फिल्म दर्शकों को खींचने में कामयाब साबित हो रही है। इस फिल्म का निर्देशन समीर विद्वांस ने किया है

निर्देशक समीर विद्वांस का कहना है

फिल्म का उद्देश्य पुरुषों को समाज की पितृसत्तात्मक मानसिकता से निपटने में महिलाओं का सहयोगी बनने और संवेदनशील होने का संदेश देना है। उन्होंने आगे कहा, 'यह एक फेमिनिस्ट पति की कहानी है।

समीर का कहना है कि

अपनी फिल्म के जरिए हमने एक ऐसे पति से रूबरू कराया है, जो कहता है, 'तुम जाओ और हीरो बनो। मैं तुम्हारी कहानी का सपोर्टिव कैरेक्टर बनूंगा।' इस फिल्म की थीम दर्शकों को खूब पसंद आ रही है

हालांकि, कुछ लोग

सोशल मीडिया पर उन्हें पुरुष रक्षक के रूप में दिखाए जाने की आलोचना कर रहे हैं। इस पर समीर विद्वांस का कहना है कि सभी को अपनी राय रखने का अधिकार है।

उन्होंने आगे कहा, '

'मुझे लगता है कि क्रिटिक्स ने वह डायलॉग मिस कर दिया, जिसमें सत्तू कहता है, 'मैं तुम्हारी कहानी का सपोर्टिव किरदार बनूंगा।' सत्तू यह बात फिल्म में दो बार कहता है। वह यह नहीं कहता कि मैं तुम्हारी रक्षा करूंगा और हीरो बनूंगा

बता दें कि

समीर के साथ करण 2019 में मराठी फिल्म 'आनंदी गोपाल' में भी काम कर चुके हैं। ‘आनंदी गोपाल’ देश की पहली महिला फिजीशियन की सच्ची कहानी कहती है

जिसे देश दुनिया में खूब सराहा गया

इसे बेस्ट फिल्म का नेशनल फिल्म अवॉर्ड मिला था। समीर का कहना है, 'अगर मैं अपनी कला के जरिए कोई संदेश दे सकूं तो यह सुखद होगा।