इसे कहते हैं अभिनय के प्रति सच्चा समर्पण,

इसे कहते हैं अभिनय के प्रति सच्चा समर्पण, मछुआरे का रोल मिला तो नागा ने लिया ये बड़ा फैसला

किसी खास किरदार को निभाने के लिए फिल्म जगत के कलाकार

अलग अलग तरह से तैयारियां करते हैं। अभिषेक बच्चन जैसे हिंदी सिनेमा के सितारे जहां किसी किरदार को निभाने के लिए उसका माहौल और पृष्ठभूमि जानने की खातिर जमीनी रिसर्च को जरूरी नहीं मानते हैं,

वहीं तेलुगू सिनेमा में किसी किरदार को ओढ़ने से पहले उसकी जड़ तक जाने का

एक अलग जुनून वहां के कलाकारों में दिखता है। और, ऐसा ही कुछ इन दिनो हो रहा है नागा चैतन्य की अगली फिल्म को लेकर जिसमें वह एक मछुआरे का किरदार करने जा रहे हैं।

तेलुगु सिनेमा के स्टार अक्किनेनी नागा चैतन्य को फिल्मों में

नागा चैतन्य के नाम से जाना जाता है। नागा चैतन्य अपने करियर की 23वी फिल्म की तैयारी में जुटे हैं। फिल्म में नागा चैतन्य एक मछुआरे की भूमिका निभा रहे हैं

नागा चैतन्य श्रीकाकुलम के एक गांव में जहां मछुआरों की विशाल बस्ती है।

कामचलाऊ शीर्षक 'एनसी 23' के नाम से बन रही ये फिल्म नागा चैतन्य के करियर की बहुप्रतीक्षित फिल्म है। इसका निर्देशन साउथ सिनेमा के लोकप्रिय निर्देशक चंदू मोंडेती करने जा रहे हैं। इस फिल्म के लिए नागा चैतन्य की तरह ही चंदू मोंडेती भी काफी मेहनत कर रहे हैं

अपनी फिल्म के हीरो के साथ वह भी मछुआरों का जीवन जानने समझने के

मछुआरों की बस्ती में समय बिता रहे हैं। दोनों का उद्देश्य मछुआरों की संस्कृति और उनके जीवन से जुड़े तमाम पहलुओं को करीब से जानने का है।

फिल्म 'एनसी 23' में नागा चैतन्य एक ऐसे युवक का किरदार निभाने वाले हैं

, जो आंध्र प्रदेश के एक छोटे शहर के मछुआरा समुदाय से है। इस किरदार को निभाने से पहले नागा चैतन्य को मछुआरे के परिवार से मिलना जरूरी था ताकि अपनी भूमिका की सही से तैयारी कर सकें।

नागा के मुताबिक, चंदू ने वास्तविक घटनाओं के आधार पर कहानी विकसित की है,

जो बहुत प्रेरणादायक है। इसीलिए हमने मछुआरों की जीवनशैली, उनकी शारीरिक भाषा और गांव की बनावट को जानने का फैसला किया।