जब एक्टिंग से मुंह फेरने की ठान बैठी थीं शबाना आजमी

अपनी अभिनय यात्रा में शबाना आजमी ने कई शानदार फिल्मों में काम किया है

करण जौहर द्वारा निर्देशित फिल्म 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' में नजर आ रही हैं।

इस फिल्म के बारे में बात करते हुए शबाना आजमी ने खुलासा किया कि उनकी जिंदगी में एक दौर ऐसा भी आया, जब उन्होंने एक्टिंग छोड़ने का फैसला कर लिया था।

शबाना आजमी ने हाल ही में एक बातचीत के दौरान यह जिक्र किया कि

वह एक डांस नंबर नहीं कर पाईं। इसके बाद कोरियोग्राफर ने सेट पर जूनियर कलाकारों के सामने उन्हें अपमानित किया तो उन्हें बहुत खराब महसूस हुआ।

उन्हें इतनी ज्यादा शर्मिंदगी महसूस हुई कि वह रोते हुए सेट से चली गईं

इसी दौरान वह सब कुछ घटित हुआ, जब उन्होंने एक्टिंग से मुंह फेरने का फैसला किया।

शबाना आजमी ने बताया यह बात 1977 में आई फिल्म 'परवरिश' के दौरान की है।

इस फिल्म के सेट पर एक्ट्रेस को ऐसी स्थिति से दो-चार होना पड़ा था। उस वाकये को याद करते हुए एक्ट्रेस ने बताया कि वह डांस नहीं कर सकती थीं।

इस वजह से उन्होंने कोरियोग्राफर कमल मास्टर से

रिहर्सल कराने का अनुरोध किया। हालांकि, कोरियोग्राफर को भरोसा था कि उन्हें रिहर्सल की जरूरत नहीं है। शबाना आजमी ने आगे बताया, 'यह बहुत डरावना था, क्योंकि मैं नीतू सिंह के साथ थी

ससे पहले कि मैं यह समझ पाती कि

मुझे अपना दाहिना पैर और बायां पैर कहां रखना है, नीतू दो रिहर्सल कर चुकी होती और वहीं बैठ जातीं'

शबाना आजमी ने आगे बताया, 'मैंने घबराते हुए कमल जी से कहा कि यह बहुत कठिन है

मैं शूटिंग के कपड़ों में ही वहां से निकल गई और अपनी कार ढूंढने लगी। लेकिन, जब देखा कि कार वहां नहीं है तो मैं उन्हीं कपड़ों में जुहू में अपने घर की ओर नंगे पैर चलने लगी। मैंने घर जाकर रोते हुए कहा, 'मैं अब किसी फिल्म में काम नहीं करूंगी, मैं यह अपमान नहीं सह सकती'।