आँखों पर हमेशा पट्टी बांधे क्यों रहते थे समुद्री लुटेरे? जानिए इसके पीछे की बड़ी वजह

आँखों पर हमेशा पट्टी बांधे क्यों रहते थे समुद्री लुटेरे? जानिए इसके पीछे की बड़ी वजह

आपने समुद्री लुटेरों से जुड़ी

कहानी, कार्टून या फिल्मों को देखते वक्त अक्सर गौर किया होगा कि इनमें ज्यादातर समुद्री लुटेरों की एक आंख ढकी होती है

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है

कि इसके पीछे की वजह क्या है? समुद्री लुटेरे अपनी एक आंख को पट्टी से क्यों ढक कर रखते हैं और ऐसा करने से उन्हें क्या फायदा होता है?

जानिए समुद्री लुटेरे एक आंख पर पट्टी बांधे क्यों रखते थे?

कुछ लोगों को लगता है कि शायद लड़ाई में उनकी एक आंख चली गई होगी इसलिए वे एक आंख पर काली पट्टी बांधे रहते हैं

हालांकि ऐसा नहीं है.

समुद्री लुटेरे अपनी एक आंख को इसलिए ढकते हैं ताकि वह अंधेरे में भी लड़ाई कर पाए.

जानिए इसके पीछे का कारन

दरअसल जब कभी इंसान रोशनी से अंधेरे की तरफ जाता है तो उसकी आंखों की पुतलियां सामान्य के मुकाबले ज्यादा फैल जाती हैं

ऐसा इसलिए होता है ताकि

आंखों को ज्यादा से ज्यादा मात्रा प्रकाश मिल सके और वह अंधेरे में भी चीजों को आसानी से देख पाए.

वहीं जब इंसान अंधेरे कमरे से बाहर

रोशनी में आता है तो आंखों की पुतलियां न तो फैलती हैं और न ही सिकुड़ती हैं. बल्कि उजाले के संपर्क में आते ही आंखे तुरंत माहौल के अनुरूप काम करना शुरू कर देती हैं.

अँधेरे में आसानी से देखने में सहायक होती थी

इधर बात अगर समुद्री लुटेरों की करें तो वे महीनों तक पानी के ऊपर जहाज में यात्रा करते हैं. इस दौरान सुरक्षा के इंतजाम पर नजर रखने के लिए उन्हें बार-बार डेक पर जाना होता है जो कि काफी अंधेरे भरी जगह होती है.

ऐसे में ये लुटेरे डेक में घुसते ही

अपनी आंख की काली पट्टी (पैच) को हटा देते हैं.दिनभर काले कपड़े से ढके रहने की वजह से उनकी आंख अंधेरे में आसानी से समायोजित हो जाती है और वे अंधेरे में भी आसानी से देख पाते हैं